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Vinamrata-Ramesh Pokhriyal ‘Nishank’

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विनम्रता मानव जीवन में सबसे शक्तिशाली और महत्त्वपूर्ण गुणों में से एक है। विनम्र होना विश्वास बनाने में मदद करता है और सीखने की सुविधा देता है, जो नेतृत्व और व्यक्तिगत विकास के प्रमुख पहलू हैं।
नम्रता वस्तुतः वह भावना या दृष्टिकोण है, जहाँ आप स्वयं को विशेष महत्त्व न देकर अभिमान रहित, निस्स्वार्थ भाव से दूसरों की भलाई के विषय में तत्पर रहते हैं। पहली नजर में विनम्रता एक नकारात्मक गुण की तरह लग सकती है—एक ताकत के बजाय कमजोरी के संकेत की तरह, परंतु वास्तव में विनम्रता एक ऐसा गुण है, जो आपको दूसरों की अपेक्षा श्रेष्ठ स्थापित करते हुए आपके जीवन को बहुत आगे ले जाएगी। आइए, इसे दूसरे तरीके से देखें। जिस व्यक्ति में नम्रता का अभाव होता है, वह अपने बारे में सोचता है और खुद को दूसरों से ऊँचा और बेहतर देखता है। ऐसे व्यक्ति से सब बचना चाहते हैं।
हम जिस अहंकार के युग में रहते हैं, उसमें विनम्रता की शक्ति छिपी हुई है, उसे व्यक्तित्व का हिस्सा बनाना अत्यंत आवश्यक है। विनम्रता के लिए अत्यधिक आत्मज्ञान, आत्मनियंत्रण और आत्मसम्मान की आवश्यकता होती है।
चाहे व्यक्ति हो, संगठन हो या संस्था हो, विनम्रता से ही शिखर तक पहुँचा जा सकता है। इसलिए विनम्रता को सफलता का मूलमंत्र भी कहा गया है।
अगर नेतृत्व विनम्र है तो सब लोगों को साथ लेकर चलने की कला का स्वतः ही विकास हो जाता है। जरूरत पड़ने पर सब की सलाह और सहयोग लेने की क्षमता भी विकसित हो जाती है।
साहित्य की विभिन्न विधाओं पर कलम चलानेवाले रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के अब तक कविता, कहानी, उपन्यास, पर्यटन, संस्कृति एवं बाल साहित्य पर एक सौ से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। साहित्य पर दो दर्जन से अधिक शोध और लघु शोध हुए हैं और कुछ हो रहे हैं। उनके साहित्य का अनुवाद अंग्रेजी, फ्रैंच, जर्मन, क्रिओल, स्पेनिश, एवं नेपाली आदि विदेशी भाषाओं सहित तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, मराठी, बाँग्ला, पंजाबी, असामिया, उर्दू, फारसी, संस्कृत सहित देश की अनेक भाषाओं में हुआ है। उत्कृष्ट साहित सृजन के लिए देश के चार राष्ट्रपतियों द्वारा राष्ट्रपति भवन में सम्मान एवं विश्व के एक दर्जन से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों तथा प्रधानमंत्रियों द्वारा अपने देश में आमंत्रित कर अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्रदत्त। मॉरीशस द्वारा ‘मॉरीशस सम्मान’, आप्रवासी भारतीयों के अंतरराष्ट्रीय संगठन ‘गोपियो’ द्वारा ‘गोपियो अंतरराष्ट्रीय असाधारण उपलब्धि सम्मान’, नेपाल के प्रधानमंत्री द्वारा ‘अंतरराष्ट्रीय हिमाल गौरव सम्मान’, युगांडा के प्रधानमंत्री द्वारा ‘अंतरराष्ट्रीय मानवीय शिखर सम्मान’, भूटान के प्रधानमंत्री द्वारा ‘इंटरनेशनल हैप्पीनैस अवार्ड’ से विभूषित। हाल ही में लंदन में ‘वातायन अंतराष्ट्रीय शिखर सम्मान’, जर्मन, अमेरिका एवं कनाडा द्वारा ‘अंतरराष्ट्रीय ग्लोबल जीनियस ग्लैक्सी अवार्ड’, नीदरलैंड में ‘अंतरराष्ट्रीय अजेय स्वर्ण पदक सम्मान’ एवं कैंब्रिज विश्वविद्यालय से सम्मान प्राप्त।
लोकसभा सांसद, पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री।

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